प्रतिस्थापन प्रभाव क्या है? What is Substitution Effect?
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प्रतिस्थापन प्रभाव || Substitution Effect

प्रतिस्थापन प्रभाव क्या है? – What is Substitution Effect?

प्रतिस्थापन प्रभाव (Substitution Effect): व्यावहारिक जीवन में एक ऐसी स्थिति भी अस्तित्व में आ सकती है, जबकि X तथा Y दोनों वस्तुओं के सापेक्ष (relative) मूल्यों में इस प्रकार का परिवर्तन हो कि उपभोक्ता की आर्थिक स्थिति पूर्ववत् ही बनी रहे।

अन्य शब्दों में यह वह स्थिति है जिसमें वस्तुओं की कीमतों में परिवर्तन होने पर उपभोक्ता खरीदी जानेवाली वस्तुओं का इस प्रकार समायोजन करता है कि जिससे पूर्ववत् सन्तुष्टि ही प्राप्त होती रहे।

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इस प्रकार हम यह कह सकते हैं कि प्रतिस्थापन प्रभाव (Substitution Effect) के अन्तर्गत उपभोक्ता उसी उदासीनता वक्र पर रहता है, केवल सन्तुलन बिन्दुओं में परिवर्तन आ जाता है। अन्य आर्थिक विश्लेषणों की भाँति यहाँ भी हम कुछ मान्यताओं को लेकर चलते हैं।

प्रतिस्थापन प्रभाव की मान्यताएँ (Substitution Effect Assumptions):

  1. दो वस्तुओं की कीमतों में इस प्रकार परिवर्तन होता है कि एक वस्तु महँगी और दूसरी सस्ती हो जाती है।
  2. एक वस्तु के महँगे (dear) होने का जो आर्थिक प्रभाव पड़ता है वह दूसरी वस्तु के सस्ते होने के परिणामस्वरूप पूर्णतः नष्ट हो जाता है। अतः न तो उपभोक्ता के आय स्तर में ही कोई परिवर्तन होता है और न उपभोक्ता को प्राप्त होनेवाली उपयोगिता में कोई अन्तर आ पाता है।
  3. सम्पूर्ण समयावधि में उपभोक्ता की मौद्रिक आय पूर्णतः अपरिवर्तित रहती है।

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रेखाचित्र में प्रतिस्थापन प्रभाव (Substitution Effect) को प्रदर्शित किया गया है। AB मूल कीमत रेखा है और E सन्तुलन बिन्दु है। इस दशा में उपभोक्ता X-वस्तु की OM मात्रा तथा Y-वस्तु की OR मात्रा का उपभोग करता है। अब X-वस्तु सस्ती और Y-वस्तु महँगी हो जाती है लेकिन उपभोक्ता की आय यथापूर्व रहती है।

Y-वस्तु के महँगे होने का जो कुछ प्रभाव होता है वह X-वस्तु के सस्ते होने से पूर्णतः समाप्त हो जाता है। परिणाम उपभोक्ता अपने पूर्व उदासीनता वक्र IC पर ही बना रहता है। X तथा Y – वस्तुओं की कीमतों में परिवर्तन होने से नयी कीमत रेखा A1B1का निर्माण होता है और उपभोक्ता इस नयी कीमत रेखा पर E1 बिन्दु पर सन्तुलन या साम्य की दशा में होता है।

इस दशा में वह X-वस्तु की OM1 मात्रा तथा Y-वस्तु की OR1 मात्रा का उपभोग करके पूर्ववत् सन्तुष्टि प्राप्त कर रहा है। इस प्रकार E से E1 बिन्दु तक का चलन ही प्रतिस्थापन प्रभाव (Substitution Effect) के नाम से जाना जाता है।

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नीतिश कुमार मिश्र
नीतिश कुमार मिश्र (Neetish Kumar Mishra) इस वेबसाइट के फाउंडर हैं। वे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से स्नातक एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से परास्नातक (अर्थशास्त्र) कर चुके हैं। अब वे इस वेबसाइट के माध्यम छात्रों को बेहतर कंटेंट देकर उनको आगे बढ़ाने की ओर प्रयासरत हैं।

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